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उपदेश

विषय ९ : रोमियों (रोमियों की पत्री किताब पर टिप्पणी)

[अध्याय 6-2] यीशु के बप्तिस्मा का सही मतलब (रोमियों ६:१-८)

( रोमियों ६:१-८ )
“तो हम क्या कहें? क्या हम पाप करते रहें कि अनुग्रह बहुत हो? कदापि नहीं! हम जब पाप के लिये मर गए तो फिर आगे को उसमें कैसे जीवन बिताएँ? क्या तुम नहीं जानते कि हम सब जिन्होंने मसीह यीशु का बपतिस्मा लिया, उसकी मृत्यु का बपतिस्मा लिया। अत: उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें। क्योंकि यदि हम उसकी मृत्यु की समानता में उसके साथ जुट गए हैं, तो निश्‍चय उसके जी उठने की समानता में भी जुट जाएँगे। हम जानते हैं कि हमारा पुराना मनुष्यत्व उसके साथ क्रूस पर चढ़ाया गया ताकि पाप का शरीर व्यर्थ हो जाए, और हम आगे को पाप के दासत्व में न रहें। क्योंकि जो मर गया, वह पाप से छूटकर धर्मी ठहरा। इसलिये यदि हम मसीह के साथ मर गए, तो हमारा विश्‍वास यह है कि उसके साथ जीएँगे भी।”
 


बपतिस्मा का अर्थ क्या है


हम यूहन्ना को, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसे यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला कहते हैं। फिर बपतिस्मा का क्या अर्थ है? "बपतिस्मा" ग्रीक में "βάφτισμα" है। इसका अर्थ है, "डूबकी लगाना।" और बपतिस्मा का सबसे महत्वपूर्ण अर्थ है "पाप और मृत्यु को दूर करना।"
"डूबकी लगाने" का अर्थ मृत्यु है। जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले ने यीशु को बपतिस्मा दिया, तब जगत के सभी पाप यीशु के ऊपर स्थानांतरित हो गए, और इस प्रकार उसने उन सभी पापों को ले लिया और हमारे सभी पापों की मजदूरी का भुगतान करने के लिए क्रूस पर मर गया। यीशु हमारे स्थान पर मरा। मृत्यु का अर्थ पाप का परिणाम है क्योंकि "पाप की मजदूरी मृत्यु है" (रोमियों ६:२३)।
बपतिस्मा का अर्थ "साफ़ होना" भी है। हमारे सारे पाप साफ़ किए गए क्योंकि यीशु ने अपने बपतिस्मा के द्वारा जगत के सभी पापों को अपने शरीर पर ले लिया। मनुष्य के ह्रदय के सभी पाप धुल गए क्योंकि वे बपतिस्मा के माध्यम से यीशु पर पारित किए गए है।
बपतिस्मा का वही अर्थ है, जो "हाथों को रखने" का है। "हाथों को रखने," का अर्थ है, "पारित करना।" यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के द्वारा यीशु ने जगत के सारे पापों को उठाने के लिए बपतिस्मा लिया था। यह परमेश्वर के उद्धार की अनन्त व्यवस्था थी कि सातवें महीने के दसवें दिन याजक ने इस्राएल के पापों को पापबली के ऊपर पारित करने के लिए उसके सिर पर हाथ रखा। 
लैव्यव्यवस्था १६:२१-२२ में लिखा है, “और हारून अपने दोनों हाथों को जीवित बकरे पर रखकर इस्राएलियों के सब अधर्म के कामों, और उनके सब अपराधों, अर्थात् उनके सारे पापों को अंगीकार करे, और उनको बकरे के सिर पर धरकर उसको किसी मनुष्य के हाथ जो इस काम के लिये तैयार हो जंगल में भेजके छुड़वा दे। वह बकरा उनके सब अधर्म के कामों को अपने ऊपर लादे हुए किसी निर्जन स्थान में उठा ले जाएगा; इसलिये वह मनुष्य उस बकरे को जंगल में छोड़ दे।” जब महायाजक, हारून ने जीवित बकरी के सिर पर हाथ रखे, तब बकरी ने इस्राएल के सारे पापों को ले लिया और लोगों के लिए बलिदान हुई।
 


पुराने नियम में “पापबली के सिर पर हाथ रखना” नए नियम में “बपतिस्मा” को दर्शाता है


बपतिस्मा का अर्थ है "डुबकी लगाना।" इसमें "दफनाया जाना, धोया जाना या पारित करना" शामिल है। पुराने नियम में लोग निर्दोष के बकरे या भेड़ के बच्चे लाते थे और अपने पापों को उस पर पारित के लिए बलिदान के सिर पर हाथ रखते थे। यह नए नियम में बपतिस्मा के कार्य के समान है। “हाथ रखने” के द्वारा बकरी ने पापों को ले लिया और बलिदान हुई। यीशु को जगत के सारे पापों को लेने के लिए मनुष्यजाति के प्रतिनिधि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के द्वारा बपतिस्मा दिया गया था और क्रूस पर चढ़ाया गया था।
महायाजक और इस्राएल के प्रतिनिधि हारून ने इस्राएलियों के पापों को बकरी के ऊपर पारित करने के लिए उसके सिर पर हाथ रखा, बकरी को मार डाला, अपनी उंगली से उसका लहू लिया और उसे होमबली की वेदी के सींगों पर छिड़का। इसलिए, लूका ने कहा कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला, जो हारून के परिवार में पैदा हुआ था, सभी मनुष्यजाति का प्रतिनिधि था ठीक वैसे जैसे हारून, महायाजक, सभी इस्राएलियों का प्रतिनिधि था।
बाइबल कहती है, "जो स्त्रियों से जन्मे है, उनमें से यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से कोई बड़ा नहीँ हुआ" (मत्ती ११:११)। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के पास परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार बपतिस्मा के द्वारा एक ही बार में हमेशा के लिए जगत के सारे पाप यीशु के ऊपर पारित करने का अधिकार था। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला आखरी महायाजक था। जब मैं कहता हूँ कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला महायाजक था, तो कुछ लोग कहते हैं, "बाइबल में यह कहाँ लिखा है कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला महायाजक था?" क्या ऐसा लिखा है? वह व्यक्ति जो जकर्याह से उत्पन्न हुआ था वह यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला था। याजक अबिय्याह के दल का याजक जकर्याह, जो महायाजक हारून का पोता था, स्पष्ट रूप से हारून के परिवार का वंशज था। 
बाइबल १ इतिहास अध्याय २४ में याजकों के विभाजन के बारे में बात करती है, जो हारून के वंशज थे। दाऊद के अंतिम दिनों में, बहुत से याजक थे और उन्हें व्यवस्थित करने की आवश्यकता थी। इस प्रकार हारून के पोते-पोतियों के घरानों के अनुसार चिट्ठियों के द्वारा २४ दलों में बांटे गए। आठवीं चिट्ठी अबिय्याह के लिए निकली। प्रत्येक दल ने १५ दिनों के लिए पवित्र स्थान और परमेश्वर के घर की सेवा की। और याजक अबिय्याह के दल के जकर्याह को परमेश्वर ने अपने दल के कर्तव्य पर याजक के रूप में चुना। 
लूका १:९ कहता है, “तो याजकों की रीति के अनुसार उसके नाम पर चिट्ठी निकली कि प्रभु के मन्दिर में जाकर धूप जलाए।” यह हमें दिखाता है कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले का जन्म हारून महायाजक के परिवार में हुआ था, और वह अंतिम महायाजक था जो सभी मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करेगा (मत्ती ११:११, ३:१३-१७)। केवल महायाजक के परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति ही व्यवस्था के अनुसार महायाजक बन सकता है। केवल शेर ही शेर के बच्चे जन्म दे सकता है। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने अपने पूर्वज हारून के महायाजक पद को अपने हाथ में ले लिया।
 


यीशु के प्रेरितों ने यीशु के बपतिस्मा की गवाही दी है


सारे प्रेरितों ने, खासकर पौलुस, पतरस, मत्ती, और यूहन्ना ने यीशु के बपतिस्मा की गवाही दी। आये हम प्रेरित पौलुस की गवाही को देखे जो उसने आजके मुख्य भाग में लिखी है। “तो हम क्या कहें? क्या हम पाप करते रहें कि अनुग्रह बहुत हो? कदापि नहीं! हम जब पाप के लिये मर गए तो फिर आगे को उसमें कैसे जीवन बिताएँ? क्या तुम नहीं जानते कि हम सब जिन्होंने मसीह यीशु का बपतिस्मा लिया, उसकी मृत्यु का बपतिस्मा लिया। अत: उस मृत्यु का बपतिस्मा पाने से हम उसके साथ गाड़े गए, ताकि जैसे मसीह पिता की महिमा के द्वारा मरे हुओं में से जिलाया गया, वैसे ही हम भी नए जीवन की सी चाल चलें। क्योंकि यदि हम उसकी मृत्यु की समानता में उसके साथ जुट गए हैं, तो निश्‍चय उसके जी उठने की समानता में भी जुट जाएँगे। हम जानते हैं कि हमारा पुराना मनुष्यत्व उसके साथ क्रूस पर चढ़ाया गया ताकि पाप का शरीर व्यर्थ हो जाए, और हम आगे को पाप के दासत्व में न रहें। क्योंकि जो मर गया, वह पाप से छूटकर धर्मी ठहरा” (रोमियों ६:१-७)।
गलाती ३:२७ भी कहता है, “और तुम में से जितनों ने मसीह में बपतिस्मा लिया है उन्होंने मसीह को पहिन लिया है।” आइए हम पतरस की गवाही को देखते है। १ पतरस ३:२१ में लिखा है, “उसी पानी का दृष्‍टान्त भी, अर्थात् बपतिस्मा, यीशु मसीह के जी उठने के द्वारा, अब तुम्हें बचाता है; इससे शरीर के मैल को दूर करने का अर्थ नहीं है, परन्तु शुद्ध विवेक से परमेश्‍वर के वश में हो जाने का अर्थ है।” 
प्रेरित यूहन्ना १ यूहन्ना ५:५-८ में कहता है, “संसार पर जय पानेवाला कौन है? केवल वह जिसका यह विश्‍वास है कि यीशु, परमेश्‍वर का पुत्र है। यही है वह जो पानी और लहू के द्वारा आया था, अर्थात् यीशु मसीह : वह न केवल पानी के द्वारा वरन् पानी और लहू दोनों के द्वारा आया था। और जो गवाही देता है, वह आत्मा है; क्योंकि आत्मा सत्य है। गवाही देनेवाले तीन हैं, आत्मा, और पानी, और लहू; और तीनों एक ही बात पर सहमत हैं।”
मत्ती की गवाही मत्ती ३:१३-१७ में लिखी हुई है। “उस समय यीशु गलील से यरदन के किनारे यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने आया। परन्तु यूहन्ना यह कह कर उसे रोकने लगा, “मुझे तो तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्यकता है, और तू मेरे पास आया है?” यीशु ने उसको यह उत्तर दिया, “अब तो ऐसा ही होने दे, क्योंकि हमें इसी रीति से सब धार्मिकता को पूरा करना उचित है।” तब उसने उसकी बात मान ली। और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और देखो, उसके लिए आकाश खुल गया, और उसने परमेश्‍वर के आत्मा को कबूतर के समान उतरते और अपने ऊपर आते देखा। और देखो, यह आकाशवाणी हुई : “यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे मैं अत्यन्त प्रसन्न हूँ।” 
यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा प्राप्त करके यीशु ने जगत के सभी पापों को दूर कर दिया। "क्योंकि हमें इसी रीति से सब धार्मिकता को पूरा करना उचित है।" यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा प्राप्त करके यीशु ने जगत के पापों को अपने ऊपर ले लिया, जो कि सबसे उचित तरीके से हुआ था। परमेश्वर स्वयं इसकी गवाही देता है। “और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और देखो, उसके लिए आकाश खुल गया, और उसने परमेश्‍वर के आत्मा को कबूतर के समान उतरते और अपने ऊपर आते देखा। और देखो, यह आकाशवाणी हुई : “यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे मैं अत्यन्त प्रसन्न हूँ।” यीशु ने अपने बपतिस्मे के माध्यम से हमारे सभी पापों को ले लिया, तीन साल तक पानी और आत्मा के सुसमाचार की गवाही दी, मृत्यु के लिए क्रूस पर चढ़ाया गया और तीसरे दिन मृतकों में से जी उठा। वह अब परमेश्वर के दाहिने हाथ पर बैठा है।
यीशु फिर से उनके पास आयेगा जो बिना पाप के उसकी प्रतीक्षा करते हैं। इब्रानियों ९:२८ में कहा गया है, "वैसे ही मसीह भी बहुतों के पापों को उठा लेने के लिए एक बार बलिदान हुआ; और जो उसकी बाट जोहते हैं उनके उद्धार के लिये दूसरी बार बिना पाप उठाए हुए दिखाई देगा।” परमेश्वर ने स्वयं कहा, "यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे मैं अत्यंत प्रसन्न हूँ।" और पवित्र आत्मा गवाही देता है कि वह व्यक्ति जिसने जगत के सभी पापों को उठा लिया, वह उद्धारकर्ता यीशु था। हालाँकि, लोग बाइबल को नहीं समझते हैं क्योंकि उनकी आत्मिक आँखें बंद हैं। उनकी आत्मिक आंखें खोली जानी चाहिए और उन्हें पानी और आत्मा से नया जन्म प्राप्त करना चाहिए (यूहन्ना ३:५)।
इसलिए, वे सोचते हैं कि केवल यीशु ने ही मनुष्यजाति के उद्धार के लिए सेवकाई की। लेकिन वास्तव में, यीशु परमेश्वर का मेम्ना था और उसे यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की जरूरत थी, जो सबी मनुष्यजाति का प्रतिनिधि था और जो जगत के सभी पापों को उसके ऊपर पारित कर सकता था। क्‍योंकि उसी प्रकार हारून महायाजक ने भी पापबलि (जीवित बकरे) के सिर पर हाथ रखा, और सब इस्राएलियों के पापोंको पापबली के सिर पर हाथ रखने के द्वारा उस पर पारित किया। तब हारून ने पापबलि का बलिदान करने के द्वारा उन्हें उनके पापोंसे छुड़ाया। इसलिए परमेश्वर ने अपना दूत यीशु के आगे भेजा।
 

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला कौन है?

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला परमेश्वर का दूत है जिसकी भविष्यवाणी मलाकी ३:१-३ में की गई है। प्रभु को दूत, यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की जरूरत थी, जो सभी मनुष्यजाति का प्रतिनिधित्व करेगा। यीशु मसीह, परमेश्वर के पुत्र, ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के द्वारा सभी मनुष्यों के अनन्त पापों को दूर किया और नए नियम में पाप की मजदूरी के रूप में क्रूस पर चढ़ाया गया। लेकिन पुराने नियम में भेड़ ने सीमित समय के पापों को उठाया था और मरे थे। इसलिए, यीशु ने सभी लोगों को अनन्त पापों से बचाया।
यीशु के जन्म से पहले दो बड़ी घटनाएँ घटीं। एक यह था कि मरियम ने यीशु को गर्भ धारण किया और दूसरा यह कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले का जन्म अबिय्याह के दल में हुआ था। यह दो घटनाएं परमेश्वर के सानिध्य में हुईं। यह परमेश्वर के द्वारा लिखा गया एक आदर्श नाटक था। परमेश्वर ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को यीशु से छह महीने पहले जगत में भेजा और फिर हमें युद्ध और दर्द से मुक्त करने के लिए अपने एकलौते पुत्र को भेजा। क्या आप समझ रहे है? आइए हम बाइबल में गहराई से देखें।
आये मत्ती ११:७-१४ को देखे, “जब वे वहाँ से चल दिए, तो यीशु यूहन्ना के विषय में लोगों से कहने लगा, “तुम जंगल में क्या देखने गए थे? क्या हवा से हिलते हुए सरकण्डे को? फिर तुम क्या देखने गए थे? क्या कोमल वस्त्र पहिने हुए मनुष्य को? देखो, जो कोमल वस्त्र पहिनते हैं, वे राजभवनों में रहते हैं। तो फिर क्यों गए थे? क्या किसी भविष्यद्वक्‍ता को देखने को? हाँ, मैं तुम से कहता हूँ कि भविष्यद्वक्‍ता से भी बड़े को। यह वही है जिसके विषय में लिखा है : ‘देख, मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे आगे तेरा मार्ग तैयार करेगा।’ मैं तुम से सच कहता हूँ कि जो स्त्रियों से जन्मे हैं, उनमें से यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से कोई बड़ा नहीं हुआ; पर जो स्वर्ग के राज्य में छोटे से छोटा है वह उससे बड़ा है। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के दिनों से अब तक स्वर्ग के राज्य में बलपूर्वक प्रवेश होता रहा है, और बलवान उसे छीन लेते हैं। यूहन्ना तक सारे भविष्यद्वक्‍ता और व्यवस्था भविष्यद्वाणी करते रहे। और चाहो तो मानो कि एलिय्याह जो आनेवाला था, वह यही है।”
लोग यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को देखने जंगल में गए, जो चिल्लाता था, मन फिराओ, क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है!” (मत्ती ३:२)। यीशु ने उनसे कहा, “तुम जंगल में क्या देखने गए थे? क्या हवा से हिलते हुए सरकण्डे को? फिर तुम क्या देखने गए थे? क्या कोमल वस्त्र पहिने हुए मनुष्य को? देखो, जो कोमल वस्त्र पहिनते हैं, वे राजभवनों में रहते हैं। तो फिर क्यों गए थे? क्या किसी भविष्यद्वक्‍ता को देखने को? हाँ, मैं तुम से कहता हूँ कि भविष्यद्वक्‍ता से भी बड़े को।” 
पुराने नियम के युग में, एक राजा भविष्यद्वक्ता से अधिक शक्तिशाली नहीं था। भविष्यवक्ताओं ने जो कहा, राजाओं ने उसका पालन किया। पुराने नियम के सभी राजाओं और भविष्यद्वक्ताओं से अधिक शक्तिशाली कौन था? वह यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला था। यीशु ने स्वयं इसकी गवाही दी है। पूरी मनुष्यजाति का प्रतिनिधि कौन था? यीशु को छोड़कर, जिनकी देह है उन सभी मनुष्यों का प्रतिनिधि कौन था? वह यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला था। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला पूरी मनुष्यजाति का सांसारिक महायाजक था। उसे स्वयं परमेश्वर ने नियुक्त किया और जगत में भेजा और अपनी भूमिका निभाई। 
“तो फिर क्यों गए थे? क्या किसी भविष्यद्वक्‍ता को देखने को? हाँ, मैं तुम से कहता हूँ कि भविष्यद्वक्‍ता से भी बड़े को। यह वही है जिसके विषय में लिखा है : ‘देख, मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे आगे तेरा मार्ग तैयार करेगा।”
यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि यरूशलेम में युद्ध समाप्त हो जाएगा। हम देख सकते हैं कि भविष्यवाणी तब पूरी हुई जब यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने कहा, "देखो, परमेश्वर का मेम्ना जो जगत का पाप उठा ले जाता है!" (यूहन्ना १:२९)। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने गवाही दी कि यीशु परमेश्वर का पुत्र था और उसने जगत के सभी पापों को दूर कर दिया। 
दूसरी ओर, यीशु ने गवाही दी कि यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला परमेश्वर का चुना हुआ दूत था जो आने वाला था। मत्ती ११:११ में लिखा है, "मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो स्त्रियों से उत्पन्न हुए हैं, उन में से यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बड़ा कोई नहीं हुआ।" क्या स्त्रियों से जन्म लेनेवालों में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बड़ा कोई हुआ है? नहीं। "स्त्रियों से उत्पन्न होने वालों में" का क्या अर्थ है? इसका अर्थ है "जगत के सभी लोग।" वचन, "स्त्रियों से उत्पन्न हुए लोगों में यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बड़ा कोई नहीं हुआ," का अर्थ है कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला जगत के सब लोगों का प्रतिनिधि था। वह एक महायाजक था क्योंकि वह हारून के परिवार में पैदा हुआ था।
 

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला जगत के सारे लोगों का प्रतिनिधि था

क्या आप विश्वास कर सकते हैं कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला जगत के सभी लोगों का प्रतिनिधि और महायाजक था, जिसने हमारे सभी पापों को यीशु पर पारित कर दिया, यह जानते हुए कि परमेश्वर ने पुराने नियम में हारून और उसके वंशजों को याजकीय पद की सेवा करने के लिए नियुक्त किया था? 
समग्र मनुष्यजाति का प्रतिनिधि कौन था? और केवल यीशु को छोड़ कर, देह धारी सभी लोगों का प्रतिनिधि कौन था? वह यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था। 
हाँ, मैं तुम से कहता हूँ कि भविष्यद्वक्‍ता से भी बड़े को। यह वही है जिसके विषय में लिखा है : ‘देख, मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे आगे तेरा मार्ग तैयार करेगा।”
और जिस मनुष्य ने यह गवाही दी थी की, “देखो, यह परमेश्वर का मेम्ना है जो जगत का पाप उठा ले जाता है” (यूहन्ना १:२९)।
यीशु ने कहा, “यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के दिनों से अब तक स्वर्ग के राज्य में बलपूर्वक प्रवेश होता रहा है, और बलवान उसे छीन लेते हैं। यूहन्ना तक सारे भविष्यद्वक्‍ता और व्यवस्था भविष्यद्वाणी करते रहे” (मत्ती ११:१२-१३)। यह भाग दिखाता है कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेकर जगत के सभी पापों को दूर कर दिया और सभी मनुष्यजाति का उद्धारकर्ता बन गया। यह ये भी दर्शाता है कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने जगत के सभी पापों को यीशु पर पारित कर दिया। ऐसा यीशु ने स्वयं कहा था। इसका अर्थ यह है कि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने दुनिया के पापों को यीशु पर पारित कर दिया और जो कोई भी इस तथ्य पर विश्वास है वह अपने सभी पापों से बच गया है और स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करेगा। क्या यह सही है या गलत? यह परमेश्वर के वचन के अनुसार बिल्कुल सही है, और इस प्रकार हम बाइबल के सत्य के प्रचारक इसे सम्मानजनक तरीके से प्रचार कर सकते हैं। जो कोई भी सत्य पर विश्वास करेगा वह स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करेगा। 
 

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने पुराने नियम के आखरी महायाजक यीशु के ऊपर जगत के सारे पापों को पारित किया

यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के पिता जकरयाह ने स्वर्गदूत की वाणी सुनी। आइए हम जकरयाह की अपने बेटे के लिए गवाही की जाँच करे। क्या उसके पिता की गवाही सच्चाई से अधिक नहीं? आइए भजन के रूप में गाई गई इस गवाही को देखे। “उसका पिता जकरयाह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गया, और भविष्यद्वाणी करने लगा : “प्रभु इस्राएल का परमेश्‍वर धन्य हो, क्योंकि उसने अपने लोगों पर दृष्‍टि की और उनका छुटकारा किया है, और अपने सेवक दाऊद के घराने में हमारे लिये एक उद्धार का सींग निकाला, (जैसा उसने अपने पवित्र भविष्यद्वक्‍ताओं के द्वारा जो जगत के आदि से होते आए हैं, कहा था,) अर्थात् हमारे शत्रुओं से, और हमारे सब बैरियों के हाथ से हमारा उद्धार किया है, कि हमारे बाप–दादों पर दया करके अपनी पवित्र वाचा का स्मरण करे, और वह शपथ जो उसने हमारे पिता अब्राहम से खाई थी, कि वह हमें यह देगा कि हम अपने शत्रुओं के हाथ से छूटकर, उसके सामने पवित्रता और धार्मिकता से जीवन भर निडर रहकर उसकी सेवा करते रहें। और तू हे बालक, परमप्रधान का भविष्यद्वक्‍ता कहलाएगा, क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिये उसके आगे–आगे चलेगा, कि उसके लोगों को उद्धार का ज्ञान दे, जो उनके पापों की क्षमा से प्राप्‍त होता है। यह हमारे परमेश्‍वर की उसी बड़ी करुणा से होगा; जिसके कारण ऊपर से हम पर भोर का प्रकाश उदय होगा, कि अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठनेवालों को ज्योति दे, और हमारे पाँवों को कुशल के मार्ग में सीधे चलाए।” और वह बालक बढ़ता और आत्मा में बलवन्त होता गया, और इस्राएल पर प्रगट होने के दिन तक जंगलों में रहा” (लूका १:६७-८०)।
उसके पिता ने भविष्यवाणी की थी की यूहन्ना किस प्रकार का भविष्यवक्ता और याजक बनेगा। आइए देखे की उसने अपने बेटे के लिए क्या भविष्यवाणी की। “और तू हे बालक, परमप्रधान का भविष्यद्वक्‍ता कहलाएगा, क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिये उसके आगे–आगे चलेगा, कि उसके लोगों को उद्धार का ज्ञान दे, जो उनके पापों की क्षमा से प्राप्‍त होता है। यह हमारे परमेश्‍वर की उसी बड़ी करुणा से होगा; जिसके कारण ऊपर से हम पर भोर का प्रकाश उदय होगा, कि अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठनेवालों को ज्योति दे, और हमारे पाँवों को कुशल के मार्ग में सीधे चलाए।”
यहाँ, बाइबल स्पष्ट रूप से कहती है, “कि उसके लोगों को उद्धार का ज्ञान दे, जो उनके पापों की क्षमा से प्राप्‍त होता है।” हमें उद्धार का ज्ञान कौन देता है? लूका १:७६ दर्शाता है कि वह यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला है। हम यीशु को जानते हैं और उस पर विश्वास करते हैं क्योंकि यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले ने गवाही दी थी कि यीशु मसीह उससे बपतिस्मा लेने के द्वारा पापियों के पापों को उठा कर उन्हें बचाया था, जो कि सबसे न्यायपूर्ण और उचित तरीके से किया गया था। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला “वह गवाही देने आया की ज्योति की गवाही दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास लाए। वह आप तो वह ज्योति न था, परन्तु उस ज्योति की गवाही देने के लिए आया था" (यूहन्ना १:७-८)।
 

हमें उद्धार प्राप्त करना चाहिए

हमें यह विश्वास करके छुटकारा पाना होगा कि यीशु ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा प्राप्त करके सबसे न्यायपूर्ण और उचित तरीके से जगत के सब लोगों को बचाया। परमेश्वर की धार्मिकता कहती है कि यीशु मनुष्यों की समानता में दुनिया में आया, यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से बपतिस्मा लेकर पापियों को उनके सभी पापों से सबसे न्यायपूर्ण और उचित तरीके से बचाया और क्रूस पर चढाने के बाद पुनरुत्थित हुआ। परमेश्वर की धार्मिकता पानी और आत्मा के सुसमाचार में छिपी है।
परमेश्वर की धार्मिकता जो सुसमाचार में प्रकट हुई है, हमें सिखाती है कि यीशु को मनुष्यों की समानता में भेजा गया था, उसने बपतिस्मा लिया, क्रूस पर चढ़ाया गया, और तीसरे दिन मृतकों में से जी उठा। हमने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की गवाही के द्वारा यीशु में विश्वास किया और यीशु की धार्मिकता में विश्वास करने के द्वारा हमारे सभी पापों से बचाए गए। यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के द्वारा यीशु पर विश्वास करने से सब लोगों के पाप मिट गए, और अब उनके पास अनन्त जीवन है। उन्होंने पवित्र आत्मा प्राप्त किया है, जो हमें एक उपहार के रूप में परमेश्वर की सन्तान होने की गवाही देता है।