Поширені запитання щодо Християнської Віри
Запитання 1: Народження знову з води та Духа
1-19. क्यों हमें यीशु पर विश्वास करना चाहिए?
हमें यीशु पर विश्वास करना चाहिए:
① परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए
② हमारे सारे पापों से उद्धार पाने के लिए
③ स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करने के लिए जिससे हम हमेशा के लिए प्रभु के साथ रहे.
हम सब पापी है जो यीशु मसीह, हमारे उद्धारकर्ता पर विश्वास न करने की वजह से नरक में जाएंगे. केवल यीशु हमारा उद्धारकर्ता है जो हमें नरक में से बचा सकता है. हमें यीशु पर विश्वास करना ही चाहिए क्योंकि केवल वाही सच्चा उद्धारकर्ता है.
जो यीशु पर विश्वास करते है और अपने सारे पापों से छूटकारा पाया है ऐसे लोगों का अन्त कहा होगा? – स्वर्ग में.
जो यीशु पर विश्वास नहीं करते और छूटकारा भी नहीं पाया ऐसे लोगों का अन्त कहा होगा? – उनके सारे पापों के लिए नरक में; आग और गन्धक से जलती झील में (प्रकाशितवाक्य २१:८).
परमेश्वर की भेड़े कौन है? – वे जिन्होंने यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करने के द्वारा पापों की माफ़ी पाई है.
“और भी भेड़े है, जो इस भेड़शाला की नहीं” (यूहन्ना १०:१६) वे बकरें है क्योंकि वो सहज रीति से जो समझ ते है उस पर अपनी इच्छा के अनुसार विश्वास करते है, क्योंकि वे अभी भी पापी है जब कोई व्यक्ति यीशु के बपतिस्मा और लहू पर विश्वास करता है उसे एक ही बार में बचा लिया जाता है और वह परमेश्वर की भेड़ बनता है.
- До
1-32.: Якщо, як ви кажете, Ісус вже взяв на себе всі гріхи, минулі, теперішні і майбутні, то що станеться з майбутнім людини, якщо вона продовжуватиме грішити, думаючи, що її гріхи були змиті хрещенням і вірою в Ісуса на хресті? Навіть якщо ця людина вб’є іншу людину, вона буде думати, що навіть цей гріх вона вже спокутувала через Ісуса. Тому він продовжуватиме грішити без будь-яких вагань, просто вірячи, що Ісус уже усунув навіть ті гріхи, які він зробить у майбутньому. Поясніть мені, будь ласка, про ці речі.